माँ के नाम के साथ
मेरे सर पर यूं ही सदा रहे तेरा प्यार वाल हाथ,
* * * * * *
बजुरगों का सत्कार अगर हम,
यूं ही करते चले जाएंगे,
बच्चों में अच्छे संस्कार,
खुद ही आ जाएंगे।
जुड़े रहीए इन से, जैसे जुडी है यशोदा माँ,
श्याम के साथ।
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मेरा नाम चमके यूं ही माँ तेरे नाम के साथ,
मेरे सर पर यूं ही सदा रहे तेरा प्यार वाल हाथ,
* * * * * *
बरगत की छाया और बजुरगों का साया,
जिस घर में रहे,
वो घर सदा महकता रहे, खुशियों से,
बच्चे हों या बड़े सब दिल में,
प्यार की गंगा बहे।
* * * *
उमर के इस पड़ाव में,
बच्चे ही सहारा हैं, माँ - बाप का,
वो ना जिंए बेकदरी की जिंदगी,
उनको सहारा देना फर्ज भी है आपका,
उम्र बीते माँ-बाप की सेवा में,
आराम के साथ।
* * * *
मेरा नाम चमके यूं ही माँ तेरे नाम के साथ,
मेरे सर पर यूं ही सदा रहे तेरा प्यार वाल हाथ।
creater- राम सैणी
https://maakavita3.blogspot.com
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