सेवा का फल
आज नहीं तो कल मिलेगा,
सेवा करो मा-बाप की,
चारों धाम का फल मिलेगा।
ॐ ॐ ॐ ॐ
समय मिले तो चारों धाम भी घूमो,
पर पहले घर बैठे माँ - बाप के पैर चूमो।
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
माना की सेवा - भाव आयेंगे,
माँ के संस्कारों की शक्ति से,
पर इनको निभाने की ताकत ,
मिलेगी महादेव की भक्ति से
हर काम में बल मिलेगा।
ॐ ॐ ॐ ॐ
सेवा करो मा-बाप की,
चारों धाम का फल मिलेगा ।
ॐ ॐ ॐ ॐ
माँ - बाप को अपने दिल से लगालो,
बनके इनकी बैसाखी,
पुण्य कर्म अपने जगालो।
करोगे सेवा जो दिल से इनकी,
तो जीवन में सुख - चैन,
हर पल मिलेगा ।
ॐ ॐ ॐ
सेवा करो मा-बाप की,
चारों धाम का फल मिलेगा।
ॐ ॐ ॐ ॐ
creater- राम सैणी
https://maakavita3.blogspot.com
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