माँ के दूध का कर्ज
माँ के दूध का कर्ज हम पर,
हर जन्म उधार रहेगा।
ये सिलसिला यूं ही चलता रहेगा,
जब तक ये संसार रहेगा।
* * * *
उसके दूध का हक हम,
थोड़ा - सा अदा कर पाएंगे।
अगर चेहरे पर उसकी,
थोड़ी सी मुस्कान रख पाएंगे।
देख मुस्कान माँ की रब भी मेहरबान,
हर बार रहेगा।
* * * * *
माँ के दूध का कर्ज हम पर,
हर जन्म उधार रहेगा।
* * * *
उसके चेहरे की चमक बताती है,
की वो कितने सकून मै है।
माँ को दिल मे बसाना,
माँ से प्यार जताना ये मेरे खून मे है।
चाकर बनकर रहूँ मैं तेरा उम्र भर,
ऐसे ही ये प्यार बरकरार रहेगा।
* * * * *
माँ के दूध का कर्ज हम पर,
हर जन्म उधार रहेगा।
* * * *
जिस घर में माँ का हंसता-
मुस्कराता चेहरा मिले।
उस घर में खुशियों के फूल हर पल खिलें,
माँ है तो सारा जहान है,
बिन माँ के सब बेजान है।
माँ खुश तो रब खुश,
प्यार की खुशबुं से महकता,
वो घर - द्वार रहेगा।
* * * *
माँ के दूध का कर्ज हम पर,
हर जन्म उधार रहेगा।
* * * *
creater- राम सैणी
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