Friday, 15 December 2023

पिता का आशीर्वाद (pita ka aashirwad)

बिन बोले पिता प्यार जताए,
हर घड़ी मेरा हौंसला बढाए,
मेरे सर पर रखता छाँव सदा,
*       *        *        *      *       *

पिता अपने बेटे को प्यार करता हुआ
पिता का आशीर्वाद (pita ka aashirwad)

मेरे जैसा कोई नहीं जहां में,
पिता हर घड़ी मुझको ये बताता है,
वो मुझको बांहों में उठाकर,
प्यार जताए कभी-कभी पर,
मुझ पर बेपनाह प्यार लुटाता है,
पिता थोड़ा गर्म स्वभाव का लगता है,
वो ख्याल रखता सबका है,
मेरे सपनों में रंग भरने के लिए,
दिन-रात रहता भागता है,
मैं रात को सकून से सोता हूँ,
वो रात -रात भर जागता है,
माफ़ करें हर घड़ी मुझको,
चाहे कितनी ही बडी भूल हो मेरी,
वो हर घड़ी मांगता है मन्नतें,
सब दुआंए कबूल हों मेरी,
पिता का दर्जा ईश्वर से ऊंचा,
मैं हर काम शुरू करता हूँ अपना, 
लेकर उस ईश्वर का नाम सदा,
बिन बोले पिता प्यार जताए,
हर घड़ी मेरा हौंसला बढाए,
मेरे सर पर रखता छाँव सदा,
*      *        *         *        *
बड़े नशीबों वाले होते हैं वो लोग जहां में,
जो रहते हैं हर घड़ी,
अपने माता-पिता की पनाह में,
फूलों की खुशबू के जैसे,
खुशबू उसके प्यार में हैं,
ऊपर चाहे दिखता सख्त है वो,
पर नमी उसके व्यवहार में हैं,
इस जहां की सारी खुशियां,
मेरे पाँव के नीचे रहती हैं,
इस मौसम की गर्म हवाएं,
मुझसे दूर होकर बहती है,
मेरे जीवन की डोर है जब तक,
मेरे पिता के हाथों मे,
एक जादू सा छाने लगता है,
उसके मुख से निकली बातों में,
वो‌ प्यार का सागर है मेरा,
मैं हूँ उसका एक मोती,
मैं हूँ उसके दिल की धड़कन,
वो मेरे नयनों की‌ ज्योती,
उसके संग हो मेरा हर सवेरा,
ना हो वो कभी मुझसे जुदा,
बिन बोले पिता प्यार जताए,
हर घड़ी मेरा हौंसला बढाए,
मेरे सर पर रखता छाँव सदा,
मैं लेता हूँ दुआंए उसके छूकर पाँव सदा,
*       *         *        *         *
जब भी देखा है पिता को,
हर वक्त हंसते पाया है,
मेहनत है खुशियों की चाबी,
मुझको हर वक्त ये ही समझाया है,
मजबूत बनाया है मुझको,
इसलिए गमों से लडना सिखाया है,
मेरी उंगली थामे रखता है,
मेरी हंसी में वो हंसता है,
उसके चेहरे में उस ईश्वर का चेहरा बसता है,
प्यार झलकता है उसकी,
छोटी -छोटी डांट और फटकार में,
हर सपना पूरा होता है उसकी सरकार में,
हौसले रखता सदा बुलंद पिता,
घर में सबकी पहली पसंद पिता,
उसका सहारा है जब तक,
मेरे पड़ते सीधे दांव सदा,
बिन बोले पिता प्यार जताए,
हर घड़ी मेरा हौंसला बढाए,
मेरे सर पर रखता छाँव सदा,
मैं लेता हूँ दुआंए उसके छूकर पाँव सदा,
*       *        *       *       *        *










































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