Monday, 8 January 2024

पिता का साथ (pita ka sath)

रख हौंसला आगे बढ़ने का ये बोलने वाला,
हमदर्द बहुत मिल सकते हैं मुझको,
पर मेरे पिता से कोई नहीं बडा,
*     *       *       *       *

pita apne bete ke sath chalta huaa
पिता का साथ (pita ka sath)

मेरी हर राह आसान बना दे,
मुझको अपने दिल में जगह दे,
हर घड़ी मुझको होश में लाए,
हार मानकर रूक जाऊं अगर मैं,
मेरे मन में एक नया जोश जगाए,
मेरी हर फरमाइश पूरी करे वो,
मेरी नींद खुलने से पहले,
कब कितना और क्या चाहिए,
ये जानकर पिता ले आता है श्याम ढलने से पहले,
हाथ पकड़कर मुझको हर काम सिखाए,
हर बुरी आदतों से मुझे बचाए,
हर घड़ी करें मेरा मार्गदर्शन,
हमारी ख्वाहिशें पूरी करने में,
बीत जाता है उसका हर दिन,
मेरी जीत में पिता खुशी मनाएं,
मेरी हार में मुझे ना बिखरने दे,
जानकर पिता मेरे मन की बात,
मेरे अंदर के हुनर को निखरने दे,
पिता के साथ मेरा रिश्ता,
जैसे सोने की अंगूठी में कोई हीरा हो जड़ा,
रख हौंसला आगे बढ़ने का ये बोलने वाला,
हमदर्द बहुत मिल सकते हैं मुझको,
पर मेरे पिता से कोई नहीं बडा,
*       *        *        *
नाव मेरी फंस जाए जो कभी मझधार में,
पिता बने जाता है मेरा सहारा,
मेरी नाव का बन जाता है मांझी,
मुझको लगा देता है वो किनारा,
पिता का साया है एक शीतला झरना,
जो मेरे रोम-रोम को शीतल करे,
पिता है तो हम निडर रहें,
उसके साये में फिर क्यों डरना,
पिता का साथ है बेमिसाल,
खुशियों से रखे हमको मालामाल,
पिता का हाथ है सर पर तो,
चाँद-सितारे तोड़ने की हस्ती है मेरी,
उस रब के तोहफे की तस्वीर,
हर वक्त दिल में बस्ती है मेरे,
मेहनत उसकी ताकत है,
उसका दिल है समंदर से बड़ा,
रख हौंसला आगे बढ़ने का ये बोलने वाला,
मेरे साथ हर पल रहे खडा,
हमदर्द बहुत मिल सकते हैं मुझको,
पर मेरे पिता से कोई नहीं बडा,
*      *         *        *      
मैं देखूं पिता को जब भी परेशान,
वो मुस्करा देता है देखकर,
मेरे चेहरे की मुस्कान,
पिता का है  दिल से सम्मान,
उससे जुड़ी है हमारी आन-बान,
महानता की तस्वीर है वो,
ना नहीं है जिसकी जुबान पर,
सर से पांव तक वो जोर लगादे,
खरा उतरता है पिता हर इम्तिहान पर,
परिवार है उसका जग सारा,
परिवार ही है सबसे प्यारा,
उसके जैसी दरियादिली,
कोई और ना दिखा पाएगा,
अपना‌ सब कुछ हार कर,
वो हमको जीता देता है,
पिता ही हमारा सच्चा हमदर्द कहलाएगा,
कदम चूमती है सफलता उसके,
जहां पिता का पांव पड़ा,
रख हौंसला आगे बढ़ने का ये बोलने वाला,
मेरे साथ हर पल रहे खडा,
हमदर्द बहुत मिल सकते हैं मुझको,
पर मेरे पिता से कोई नहीं बडा,
*      *       *       *       *





















0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home