माँ बनने की सफलता ( maa banne ki safalta)
माँ बनने का वो पल कितना खास था मेरा,
कितना प्यारा एहसास था मेरा,
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माँ बनने की सफलता ( maa banne ki safalta |
कितना आनन्द आता था,
जिंदगी अपने तरीके से ज़ीने से,
मैं खुद से भी ज्यादा ख्याल रखने लगी थी,
अपने आने वाले मेहमान का पहले महीने से,
खाने से लेकर सोने तक,
कितनी समय की पाबंद थी मैं,
हर तरह से ख्याल रखता था,
पूरा परिवार मेरा,
सर आँखों पर बैठाकर रखते थे मुझे,
सबकी पहली पसंद थी मै,
हर कोई खुश था एक नन्हा-सा,
मेहमान परिवार में हैं आने वाला,
बेसब्री से कर रहे थे इंतजार सभी,
कब आएगा हम सबको सताने वाला,
हर पल एक डर -सा लगा रहता था,
हर वक्त रहता चेहरा उदास था मेरा,
माँ बनने का वो पल,कितना खास था मेरा,
कितना प्यारा एहसास था मेरा,
* * * * *
ईश्वर करे माँ बनने का मौका मिले हर नारी को,
हर आदमी चाहता है,
घर में हो कोई मेहमान नन्हा,
जो पीठ पर करता हमारी सवारी हो,
जब से मुझे माँ बनने का एहसास होने लगा है,
मेरा हर दिन खास होने लगा है,
हर एक दिन बीत जाता था मेरा ये सोचकर,
वो शुभ दिन कब आएगा,
कब हमारे परिवार में,
खुशियां का नशा छाएगा,
हर किसी के चेहरे की,
खुशी होगी देखने लायक,
मैं बनुंगी उस दिन परिवार में,
सबकी खुशियों की नायक ,
सब हंसेंगे उसकी हंसी देखकर,
वो सबके मन को बहलाएगा,
मुझे एक अपनापन सा लगता था,
जब छूता था उसको हाथ था मेरा,
माँ बनने का वो पल,कितना खास था मेरा,
पहली बार माँ बनना,
कितना प्यारा एहसास था मेरा,
* * * * *
एक औलाद के लिए माँ,
खाना-पीना सब छोड़ देती है,
हर चीज से वो मुंह मोड़ लेती है,
हर कदम रखती है देखभाल कर,
कोख में पल रही एक नन्ही सी,
जान को रखती है अपनी,
जान से भी ज्यादा संभालकर,
अपनी सब खुशियां भूला देती है माँ,
एक औलाद पाने के लिए,
हर ग़म को गले लगा लेती है,
माँ का रिश्ता निभाने के लिए,
माँ के जैसा ना कोई और मिलेगा,
बाकी हर रिश्ता यहाँ कमजोर मिलेगा,
माँ की सेवा से बड़ा,
दुनिया में कोई काम नहीं,
माँ से प्यारा इस दुनिया में,
कोई दुजा नाम नहीं,
मेरी झोली में औलाद का आना,
उस ईश्वर का उपहार था मेरा,
माँ बनने का वो पल,कितना खास था मेरा,
पहली बार माँ बनना,
कितना प्यारा एहसास था मेरा,
* * * * *
creater-राम सैणी
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