माँ की कोख
माँ के चरणों में स्वर्ग के सारे,
सुख बरसते हैं।
माँ की कोख पाने के लिए,
देवता भी तरसते हैं।
* * * *
तुम ने पूरा जीवन अगर,
माँ के चरणों में गुजार दिया,
समझ लेना माँ की कोख का थोड़ा कर्ज,
इस जीवन में उतार दिया,
माँ अपने आँचल में छुपा लेती है,
जब औलाद पर गम के बादल गरजते हैं
माँ के चरणों में स्वर्ग के सारे,
सुख बरसते हैं।
* * * *
माँ की सेवा का मौका मिलता है तकदीरों से,
कमा लेगा तु दौलत-शौहरत,
कुछ मेहनत करके,
कुछ माथे की लकीरों से,
माँ के चरण हैं स्वर्ग का दरवाजा,
जो खुल जाए तो खुशियों के बादल बरसते हैं
माँ के चरणों में स्वर्ग के सारे,
सुख बरसते हैं।
* * *
माँ रूठे तो रब रूठे,
ये कह गए लोग शयाने,
माँ खुश हैं तो रब खुश
कोई माने या ना माने,
जिस जगह पर हो माँ की निंदा,
हम वहां से नहीं गुजरते हैं
माँ के चरणों में स्वर्ग के सारे,
सुख बरसते हैं।
* * * *
माँ की दुआएं जीवन संवार दे,
गम हो चाहे खुशी वो हर पल प्यार दे,
थक हार कर अगर हम रूक जाएं,
कभी जीवन की राहों में,
वो दोबारा जोश भर देती है,
लेकर हमे अपनी बाहों में,
जब तक माँ है कदर करो उसकी,
कैसे गुजरता है एक - एक पल ये पुछो उनसे,
जो बिन माँ के तरसते हैं।
माँ के चरणों में स्वर्ग के सारे,
सुख बरसते हैं।
* * *
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creater- राम सैणी
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