नयनों की ज्योति (naynon ki jyoti )
तुम हो प्यार की एक माला माँ,
मैं हूँ उस माला का एक छोटा सा मोती,
मैं तुम्हारे नयन बन जाऊंगा एक दिन,
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नयनों की ज्योति (naynon ki jyoti ) |
माँ तेरे प्यार की माला में ,
जुडा है हर रंग का मोती,
मुझे बड़ा सुकून मिलता है,
जब तुम चैन की नींद हो सोती,
तन-मन से हर रिश्ते को,
तुम सदा निभाती आई हो,
हमको दिया है एक उजला -सा जीवन,
तुम हमारी बनकर रहती सदा परछाई हो,
तुम ने ऐसे रंगा है अपने प्यार के रंग में,
मैं इस रंग को छुड़ाऊं तो कैसे,
मुझे दुनिया में लाने के लिए,
जो दर्द सहा था एक दिन तुम ने,
मैं उस दर्द का मोल चुकाऊं तो कैसे,
तुम्हारे हाथ हैं जादु की एक पुड़िया,
छूते ही मेरे हर दर्द को कर देते हैं कम,
अपने प्यारे दो हाथों से सहलाकर,
लगा देती हो अपने प्यार का मरहम,
मैं तुम्हारे दो हाथ बन जाऊंगा एक दिन,
जब तुम खा ना सकोगी,
अपने हाथों से रोटी,
तुम हो प्यार की एक माला माँ,
मैं हूँ उस माला का एक छोटा सा मोती,
मैं तुम्हारे नयन बन जाऊंगा एक दिन,
जब कम हो जाएगी तुम्हारे नयनों की ज्योति,
* * * * * *
ईश्वर के इस रूप को माँ रूपी स्वरूप को,
मैं सदा सहारा बन कर रहूंगा उसका,
जीवन में छाँव हो चाहे धूप हो,
माँ कभी नहीं रूठा करती,
चाहे हर कोई हम से रूठ जाए,
माँ रखती है सदा सर पर हाथ,
जब तक उसके सांसों की डोरी ना टूट जाए,
माँ को रखना सदा काँच के जैसे संभालकर,
वो मिलती है जीवन में एक बार,
सबको नहीं मिलता यहाँ माँ का आंचल,
माँ बिन सूना है सारा संसार,
बचपन की मेरी यादों में,
तेरी प्यारी -प्यारी बातों में,
मेरे मन को आराम मिलता है,
तुम्हारा प्यारा मुख देखने का सौभाग्य,
मुझे हर सुबह हर श्याम मिलता है,
मैं बन जाऊंगा एक दिन पानी की शीतल बूंदें,
जो तुम्हारे पावन चरणों को सदा रहे धोती,
तुम हो प्यार की एक माला माँ,
मैं हूँ उस माला का एक छोटा सा मोती,
मैं तुम्हारे नयन बन जाऊंगा एक दिन,
* * * * * *
जब तुम्हारे दो नयन हो जाएंगे कमजोर माँ,
जब होने लगेगा धीरे धीरे,
तुम्हारी प्यारी बातों का कम शोर माँ
मैं धड़कन बन जाऊंगा दिल की तुम्हारी,ऐ
तुम चलोगी जब धीरे धीरे,
मैं बन जाऊंगा लाठी तुम्हारी,
मैं पूरी शिद्दत से निभाऊंगा माँ,
एक बेटे की जिम्मेदारी,
नींद तुम्हारे नयनों से जब होने लगेगी कम,
मैं बनकर हवा एक शीतल झोंका,
पास रहूँगा तुम्हारे हरदम,
थकान तुम्हारे चरणों को,
जब होने लगेगी हर रोज़ माँ,
मैं लगाऊंगा मरहम अपने प्यार का,
तुम्हारे चरणों को हर रोज मां,
मैं बन जाऊंगा तुम्हारा मखमल का बिस्तर,
जिस पर तुम चैन की नींद रहो सदा सोती,
तुम हो प्यार की एक माला माँ,
मैं हूँ उस माला का एक छोटा सा मोती,
मैं तुम्हारे नयन बन जाऊंगा एक दिन,
जब कम हो जाएगी तुम्हारे नयनों की ज्योति,
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